Gwalior. पंचायत चुनाव का प्रचार इन दिनों मध्यप्रदेश में जोरों पर है। ऐसे में ग्वालिय-चंबल संभाग में पंचायत चुनाव कराने के लिए प्रशासन ने 15 एसएएफ की कंपनियां मांगी है। दरअसल ग्वालियर संभाग में शिवपुरी सबसे ज्यादा संवेदनशील है। जबकि चंबल संभाग में भिंड-मुरैना संवेदनशील है। मुरैना में संवेदनशील मतदान केंद्र सबसे अधिक 1222 और भिंड में 970 है। इनमें अति संवेदनशील सबसे अधिक 239 भिंड में हैं। जबकि मुरैना में 229 है। ऐसे में इन दोनों जिलों के लिए एसएएफ की 15 कंपनियां मांगी गई हैं। अगर ग्वालियर जिले की बात करें तो, जिले में 365 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। शिवपुरी में सबसे अधिक 490 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। इनमें अति संवेदनशील 98 केंद्र हैं।
समीक्षा के बाद दी जाएंगी कंपनियां
एडीजी ग्वालियर रेंज डी श्रीनिवास वर्मा का कहना है कि जोन के सभी जिलों की समीक्षा की जा रही है। जिले के पुलिस अधीक्षक अपने यहां की स्थिती को लेकर जानकारी भेज रहें हैं। इसकी रिपोर्ट को पुलिस मुख्यालय भेजा जाएगा। साथ ही जरुरत के हिसाब से ही एसएएफ कंपनियां मांगी जाएंगी। चुनाव में मतदान के दौरान कहीं भी गड़बड़ी नहीं की जाएगी।
चंबल है अतिसंवेदनशील
यूं तो प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर शासन को सबसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इन्ही चुनावों में सबसे ज्यादा हिंसा का आशंका बनी रहती है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की सबसे ज्यादा सर्तकता बरतने की जरुरत पड़ती है। प्रदेश में सबसे ज्यादा चंबल क्षेत्र संवेदनशील है। ऐसे में यहां पर प्रशासन का ज्यादा से ज्यादा कंपनियां तैनात करने पर जोर रहेगा।